Apni To Jaise Taise (With Dialogue) Songtext
von Kishore Kumar
Apni To Jaise Taise (With Dialogue) Songtext
अरे बिड़ु, अप्पुन कुत्ते की वो दुम है
जो १२ बरस नली में डाल के रखो
नली टेढ़ी हो जाएगी, अप्पुन सीधा नहीं होगा
तुम साला क्या अप्पुन को सीधा करेगा, आँए
क्यों है कि नहीं?
अपना क्या है! अपना तो कोई है ही नहीं
ना आगे है, ना पिच्छु है
ना कोई रोने वाला, ना आँसू बहाने वाला
अपनी तो जैसे-तैसे, थोड़ी ऐसे या वैसे
अपनी तो जैसे-तैसे, थोड़ी ऐसे या वैसे कट जाएगी
आपका क्या होगा? जनाब-ए-आली
आपका क्या होगा?
अपने आगे ना पीछे, ना कोई ऊपर-नीचे
अपने आगे ना पीछे, ना कोई ऊपर-नीचे रोने वाला
ना कोई रोने वाली जनाब-ए-आली
आपका क्या होगा?
आप भी मेरी तरह इंसान की औलाद हैं
आप मुँह माँगी दुआ, हम अनसुनी फ़रियाद हैं
आप भी मेरी तरह इंसान की औलाद हैं
आप मुँह माँगी दुआ, हम अनसुनी फ़रियाद हैं
वो जिन्हें सारा ज़माना समझे लावारिस यहाँ
आप जैसे ज़ालिमों के ज़ुल्म की ईजाद हैं
गाली हुज़ूर की तो, लगती दुआओं जैसी
गाली हुज़ूर की तो, लगती दुआओं जैसी
हम दुआ भी दें तो लगे है गाली
आपका क्या होगा? जनाब-ए-आली
आपका क्या होगा? Hmm
आपके माथे से छलके जो पसीना भी कहीं
आसमाँ हिलने लगे और काँप उट्ठे ये ज़मीं
आपका तो ये पसीना खून से भी क़ीमती
और अपने ख़ून की क़ीमत यहाँ कुछ भी नहीं
अपना तो ख़ून पानी, जीना-मरना बेमानी
अपना तो ख़ून पानी, जीना-मरना बेमानी
वक़्त की हर अदा है अपनी देखी-भाली
आपका क्या होगा? जनाब-ए-आली?
आपका क्या होगा?
अपनी तो जैसे-तैसे, थोड़ी ऐसे या वैसे
अपनी तो जैसे-तैसे, थोड़ी ऐसे या वैसे कट जाएगी
आपका क्या होगा? जनाब-ए-आली
आपका क्या होगा?
अपने आगे ना पीछे, ना कोई ऊपर-नीचे
अपने आगे ना पीछे, ना कोई ऊपर-नीचे रोने वाला
ना कोई रोने वाली, जनाब-ए-आली
आपका क्या होगा?
जो १२ बरस नली में डाल के रखो
नली टेढ़ी हो जाएगी, अप्पुन सीधा नहीं होगा
तुम साला क्या अप्पुन को सीधा करेगा, आँए
क्यों है कि नहीं?
अपना क्या है! अपना तो कोई है ही नहीं
ना आगे है, ना पिच्छु है
ना कोई रोने वाला, ना आँसू बहाने वाला
अपनी तो जैसे-तैसे, थोड़ी ऐसे या वैसे
अपनी तो जैसे-तैसे, थोड़ी ऐसे या वैसे कट जाएगी
आपका क्या होगा? जनाब-ए-आली
आपका क्या होगा?
अपने आगे ना पीछे, ना कोई ऊपर-नीचे
अपने आगे ना पीछे, ना कोई ऊपर-नीचे रोने वाला
ना कोई रोने वाली जनाब-ए-आली
आपका क्या होगा?
आप भी मेरी तरह इंसान की औलाद हैं
आप मुँह माँगी दुआ, हम अनसुनी फ़रियाद हैं
आप भी मेरी तरह इंसान की औलाद हैं
आप मुँह माँगी दुआ, हम अनसुनी फ़रियाद हैं
वो जिन्हें सारा ज़माना समझे लावारिस यहाँ
आप जैसे ज़ालिमों के ज़ुल्म की ईजाद हैं
गाली हुज़ूर की तो, लगती दुआओं जैसी
गाली हुज़ूर की तो, लगती दुआओं जैसी
हम दुआ भी दें तो लगे है गाली
आपका क्या होगा? जनाब-ए-आली
आपका क्या होगा? Hmm
आपके माथे से छलके जो पसीना भी कहीं
आसमाँ हिलने लगे और काँप उट्ठे ये ज़मीं
आपका तो ये पसीना खून से भी क़ीमती
और अपने ख़ून की क़ीमत यहाँ कुछ भी नहीं
अपना तो ख़ून पानी, जीना-मरना बेमानी
अपना तो ख़ून पानी, जीना-मरना बेमानी
वक़्त की हर अदा है अपनी देखी-भाली
आपका क्या होगा? जनाब-ए-आली?
आपका क्या होगा?
अपनी तो जैसे-तैसे, थोड़ी ऐसे या वैसे
अपनी तो जैसे-तैसे, थोड़ी ऐसे या वैसे कट जाएगी
आपका क्या होगा? जनाब-ए-आली
आपका क्या होगा?
अपने आगे ना पीछे, ना कोई ऊपर-नीचे
अपने आगे ना पीछे, ना कोई ऊपर-नीचे रोने वाला
ना कोई रोने वाली, जनाब-ए-आली
आपका क्या होगा?
Writer(s): Anjaan, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah Lyrics powered by www.musixmatch.com