Der lagi aane mein tumko Songtext
von Jagjit Singh
Der lagi aane mein tumko Songtext
दूसरी ग़ज़ल पेश कर रहें हैं
जनाब Andleeb Shadani की है
देर लगी आने में तुमको
देर लगी आने में तुमको
शुक्र है फिर भी आए तो
शुक्र है फिर भी आए तो
देर लगी आने में तुमको
शुक्र है फिर भी आए तो
शुक्र है फिर भी आए तो
आस ने दिल का साथ ना छोड़ा
आस ने दिल का साथ ना छोड़ा
वैसे हम घबराए तो
वैसे हम घबराए तो
देर लगी आने में तुमको
शफ़क़, धनुक, महताब घटाएँ
तारे, नगमें, बिजली, फूल
शफ़क़ कहते हैं; किरणों को, rays
और धनुक; rainbow, महताब चंद्रमा
घटाएँ तो आपको मालूम है
शफ़क़, धनुक, महताब, घटाएँ
तारे, नगमें, बिजली, फूल
शफ़क़, धनुक, महताब, घटाएँ
तारे, नगमें, बिजली, फूल
उस दामन में क्या-क्या कुछ है
क्या-क्या कुछ है
शफ़क़, धनुक, महताब, घटाएँ
तारे, नगमें, बिजली, फूल
उस दामन में क्या-क्या कुछ है
वो दामन हाथ में आए तो
वो दामन हाथ में आए तो
वो दामन हाथ में आए तो
वो दामन...
झूठ है सब, झूठ है सब तारीख़ हमेशा
अपने को दोहराती है
झूठ है सब, झूठ है सब तारीख़ हमेशा
अपने को दोहराती है
झूठ है सब...
झूठ है सब तारीख़ हमेशा
अपने को दोहराती है
अच्छा मेरा ख़्वाब-ए-जवानी
थोड़ा सा दोहराए तो
थोड़ा सा दोहराए तो
थोड़ा सा दोहराए तो
देर लगी आने में तुमको
शुक्र है फिर भी आए तो
शुक्र है फिर भी आए तो
देर लगी आने में तुमको
सुनी सुनाई बात नहीं है
सुनी सुनाई बात नहीं है
अपने ऊपर बीती है
सुनी, सुनी सुनाई बात नहीं है
सुनी सुनाई बात नहीं है
अपने ऊपर बीती है
फूल निकलते हैं शोलों से
फूल निकलते हैं शोलों से
चाहत आग लगाए तो
चाहत आग लगाए तो
चाहत आग लगाए तो
देर लगी आने में तुमको
शुक्र है फिर भी आए तो
शुक्र है फिर भी आए तो
देर लगी आने में तुमको
जनाब Andleeb Shadani की है
देर लगी आने में तुमको
देर लगी आने में तुमको
शुक्र है फिर भी आए तो
शुक्र है फिर भी आए तो
देर लगी आने में तुमको
शुक्र है फिर भी आए तो
शुक्र है फिर भी आए तो
आस ने दिल का साथ ना छोड़ा
आस ने दिल का साथ ना छोड़ा
वैसे हम घबराए तो
वैसे हम घबराए तो
देर लगी आने में तुमको
शफ़क़, धनुक, महताब घटाएँ
तारे, नगमें, बिजली, फूल
शफ़क़ कहते हैं; किरणों को, rays
और धनुक; rainbow, महताब चंद्रमा
घटाएँ तो आपको मालूम है
शफ़क़, धनुक, महताब, घटाएँ
तारे, नगमें, बिजली, फूल
शफ़क़, धनुक, महताब, घटाएँ
तारे, नगमें, बिजली, फूल
उस दामन में क्या-क्या कुछ है
क्या-क्या कुछ है
शफ़क़, धनुक, महताब, घटाएँ
तारे, नगमें, बिजली, फूल
उस दामन में क्या-क्या कुछ है
वो दामन हाथ में आए तो
वो दामन हाथ में आए तो
वो दामन हाथ में आए तो
वो दामन...
झूठ है सब, झूठ है सब तारीख़ हमेशा
अपने को दोहराती है
झूठ है सब, झूठ है सब तारीख़ हमेशा
अपने को दोहराती है
झूठ है सब...
झूठ है सब तारीख़ हमेशा
अपने को दोहराती है
अच्छा मेरा ख़्वाब-ए-जवानी
थोड़ा सा दोहराए तो
थोड़ा सा दोहराए तो
थोड़ा सा दोहराए तो
देर लगी आने में तुमको
शुक्र है फिर भी आए तो
शुक्र है फिर भी आए तो
देर लगी आने में तुमको
सुनी सुनाई बात नहीं है
सुनी सुनाई बात नहीं है
अपने ऊपर बीती है
सुनी, सुनी सुनाई बात नहीं है
सुनी सुनाई बात नहीं है
अपने ऊपर बीती है
फूल निकलते हैं शोलों से
फूल निकलते हैं शोलों से
चाहत आग लगाए तो
चाहत आग लगाए तो
चाहत आग लगाए तो
देर लगी आने में तुमको
शुक्र है फिर भी आए तो
शुक्र है फिर भी आए तो
देर लगी आने में तुमको
Writer(s): Jagjit Singh, Andleeb Shadani Lyrics powered by www.musixmatch.com