Shree Raamachandra Kripalu Bhajmana Songtext
von Anuradha Paudwal
Shree Raamachandra Kripalu Bhajmana Songtext
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
श्री राम, श्री राम
कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरं
(कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरं)
पटपीत मानहुँ तड़ित रुचि-शुचि नोमि जनक सुतावरं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
श्री राम, श्री राम
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव दैत्य वंश निकन्दनं
(भजु दीनबन्धु दिनेश दानव दैत्य वंश निकन्दनं)
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल चन्द दशरथ नन्दनं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
श्री राम, श्री राम
शिर मुकुट कुंडल तिलक चारु उदारु अङ्ग विभूषणं
(शिर मुकुट कुंडल तिलक चारु उदारु अङ्ग विभूषणं)
आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खरदूषणं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
श्री राम, श्री राम
इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनं
(इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनं)
मम् हृदय कंज निवास कुरु कामादि खलदल गंजनं
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
श्री राम, श्री राम
श्री राम, श्री राम
श्री राम, श्री राम
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
श्री राम, श्री राम
कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरं
(कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरं)
पटपीत मानहुँ तड़ित रुचि-शुचि नोमि जनक सुतावरं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
श्री राम, श्री राम
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव दैत्य वंश निकन्दनं
(भजु दीनबन्धु दिनेश दानव दैत्य वंश निकन्दनं)
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल चन्द दशरथ नन्दनं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
श्री राम, श्री राम
शिर मुकुट कुंडल तिलक चारु उदारु अङ्ग विभूषणं
(शिर मुकुट कुंडल तिलक चारु उदारु अङ्ग विभूषणं)
आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खरदूषणं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
श्री राम, श्री राम
इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनं
(इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनं)
मम् हृदय कंज निवास कुरु कामादि खलदल गंजनं
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं
(श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं)
श्री राम, श्री राम
श्री राम, श्री राम
श्री राम, श्री राम
Writer(s): Traditional, Bhushan Dua Lyrics powered by www.musixmatch.com