Sehra Songtext
von Ankit Tiwari
Sehra Songtext
एक वजह ढूँढते, बेवजह ढूँढते
खो गया मैं जहाँ में जहाँ ढूँढते
कुछ सिला ढूँढते, सिलसिला ढूँढते (सिलसिला)
आ गया मैं कहाँ से कहाँ ढूँढते
हर जगह, हर गली, मंज़िलें ना मिले
यूँ ही साँसों में साँसें लिए
सहरा मेरे रू-ब-रू
बंजारा मैं क्या करूँ?
सहरा मेरे रू-ब-रू
बंजारा मैं क्या करूँ?
रास्ते हमेशा सफ़र ही रहे
चैन के पल भी मुख़्तसर रहे
रास्ते हमेशा सफ़र ही रहे
चैन के पल भी मुख़्तसर रहे
एक बयाबाँ मिला कारवाँ ढूँढते
यूँ ही साँसों में साँसें लिए
सहरा मेरे रू-ब-रू
बंजारा मैं क्या करूँ?
सहरा मेरे रू-ब-रू
बंजारा मैं क्या करूँ?
खो गया मैं जहाँ में जहाँ ढूँढते
कुछ सिला ढूँढते, सिलसिला ढूँढते (सिलसिला)
आ गया मैं कहाँ से कहाँ ढूँढते
हर जगह, हर गली, मंज़िलें ना मिले
यूँ ही साँसों में साँसें लिए
सहरा मेरे रू-ब-रू
बंजारा मैं क्या करूँ?
सहरा मेरे रू-ब-रू
बंजारा मैं क्या करूँ?
रास्ते हमेशा सफ़र ही रहे
चैन के पल भी मुख़्तसर रहे
रास्ते हमेशा सफ़र ही रहे
चैन के पल भी मुख़्तसर रहे
एक बयाबाँ मिला कारवाँ ढूँढते
यूँ ही साँसों में साँसें लिए
सहरा मेरे रू-ब-रू
बंजारा मैं क्या करूँ?
सहरा मेरे रू-ब-रू
बंजारा मैं क्या करूँ?
Writer(s): Sandeep Nath, Ankit Tiwari Lyrics powered by www.musixmatch.com