Door Na Ja Mujh Se Songtext
von S. P. Balasubrahmanyam & Malgudi Subha
Door Na Ja Mujh Se Songtext
दूर ना जा मुझसे, पास आ
कहता हूँ तुझसे पास आ
मेरा तन प्यासा, मन प्यासा
नहीं मुझको चैन ज़रा सा
मेरे अंग-अंग में अंगारें
दूर ना जा मुझसे, पास आ
कहता हूँ तुझसे पास आ
मेरा तन प्यासा, मन प्यासा
नहीं मुझको चैन ज़रा सा
मेरे अंग-अंग में अंगारें
दूर ना जा मुझसे, पास आ
दूर ना जा मुझसे, हाँ, मुझसे, पास आ
सुलगती साँसें, तरसती बाँहें हैं मेरी
जहाँ भी तू है वहीं निगाहें हैं मेरी
है चाँद जैसा ये चेहरा तेरा, बदन तेरा सूरज
तो फिर ये क्यूँ है
कि यूँ अँधेरी सारी राहें हैं मेरी
तेरे ये उजाले मैं बाँहों में भर लूँ
तुझे छू के ख़ुद को अमर आज कर लूँ
मचल रहा है दिल मेरा
दूर ना जा मुझसे, पास आ
कहता हूँ तुझसे पास आ
कभी तो होगा ये हाथ मेरे हाथों में
कभी तो छलकेगा प्यार तेरी बातों में
कभी तो पिघलेंगे तेरे तन-मन मेरे क़रीब आ के
कभी तो टूटेंगे सारे बंधन महकी-महकी रातों में
तेरी आरज़ू मैं जो करता हूँ जानम
ना जीता हूँ जानम, ना मरता हूँ जानम
तड़प रहा है दिल मेरा
दूर ना जा मुझसे, पास आ
कहता हूँ तुझसे पास आ
मेरा तन प्यासा, मन प्यासा
नहीं मुझको चैन ज़रा सा
मेरे अंग-अंग में अंगारें
दूर ना जा मुझसे...
कहता हूँ तुझसे...
दूर ना जा मुझसे...
कहता हूँ तुझसे...
कहता हूँ तुझसे पास आ
मेरा तन प्यासा, मन प्यासा
नहीं मुझको चैन ज़रा सा
मेरे अंग-अंग में अंगारें
दूर ना जा मुझसे, पास आ
कहता हूँ तुझसे पास आ
मेरा तन प्यासा, मन प्यासा
नहीं मुझको चैन ज़रा सा
मेरे अंग-अंग में अंगारें
दूर ना जा मुझसे, पास आ
दूर ना जा मुझसे, हाँ, मुझसे, पास आ
सुलगती साँसें, तरसती बाँहें हैं मेरी
जहाँ भी तू है वहीं निगाहें हैं मेरी
है चाँद जैसा ये चेहरा तेरा, बदन तेरा सूरज
तो फिर ये क्यूँ है
कि यूँ अँधेरी सारी राहें हैं मेरी
तेरे ये उजाले मैं बाँहों में भर लूँ
तुझे छू के ख़ुद को अमर आज कर लूँ
मचल रहा है दिल मेरा
दूर ना जा मुझसे, पास आ
कहता हूँ तुझसे पास आ
कभी तो होगा ये हाथ मेरे हाथों में
कभी तो छलकेगा प्यार तेरी बातों में
कभी तो पिघलेंगे तेरे तन-मन मेरे क़रीब आ के
कभी तो टूटेंगे सारे बंधन महकी-महकी रातों में
तेरी आरज़ू मैं जो करता हूँ जानम
ना जीता हूँ जानम, ना मरता हूँ जानम
तड़प रहा है दिल मेरा
दूर ना जा मुझसे, पास आ
कहता हूँ तुझसे पास आ
मेरा तन प्यासा, मन प्यासा
नहीं मुझको चैन ज़रा सा
मेरे अंग-अंग में अंगारें
दूर ना जा मुझसे...
कहता हूँ तुझसे...
दूर ना जा मुझसे...
कहता हूँ तुझसे...
Writer(s): Javed Akhtar, A R Rahman Lyrics powered by www.musixmatch.com