Shokhiyon Mein Ghola Jaye Songtext
von Lata Mangeshkar & Kishore Kumar
Shokhiyon Mein Ghola Jaye Songtext
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलाई जाए थोड़ी सी शराब
होगा यूँ नशा जो तैयार
हाँ, होगा यूँ नशा जो तैयार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलाई जाए थोड़ी सी शराब
होगा यूँ नशा जो तैयार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
हँसता हुआ बचपन वो, बहका हुआ मौसम है
छेड़ो तो इक शोला है, छू लो तो बस शबनम है
हँसता हुआ बचपन वो, बहका हुआ मौसम है
छेड़ो तो इक शोला है, छू लो तो बस शबनम है
गाँव में, मेले में, राह में, अकेले में
आता जो याद बार-बार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलाई जाए थोड़ी सी शराब
अरे, होगा यूँ नशा जो तैयार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
रंग में पिघले सोना, अंग से यूँ रस छलके
जैसे बजे धुन कोई रात में हलके-हलके
रंग में पिघले सोना, अंग से यूँ रस छलके
जैसे बजे धुन कोई रात में हलके-हलके
धूप में, छाँव में, झूमती हवाओं में
हर दम करे जो इंतज़ार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलाई जाए थोड़ी सी शराब
ओ, होगा यूँ नशा जो तैयार वो प्या-
याद अगर वो आए
ओ, याद अगर वो आए, कैसे कटे तनहाई?
सूने शहर में जैसे बजने लगे शहनाई
याद अगर वो आए, कैसे कटे तनहाई?
सूने शहर में जैसे बजने लगे शहनाई
आना हो, जाना हो, कैसा भी ज़माना हो
उतरे कभी ना जो ख़ुमार, वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलाई जाए थोड़ी सी शराब
होगा यूँ नशा जो तैयार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलाई जाए थोड़ी सी शराब
होगा यूँ नशा जो तैयार
हाँ, होगा यूँ नशा जो तैयार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलाई जाए थोड़ी सी शराब
होगा यूँ नशा जो तैयार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
हँसता हुआ बचपन वो, बहका हुआ मौसम है
छेड़ो तो इक शोला है, छू लो तो बस शबनम है
हँसता हुआ बचपन वो, बहका हुआ मौसम है
छेड़ो तो इक शोला है, छू लो तो बस शबनम है
गाँव में, मेले में, राह में, अकेले में
आता जो याद बार-बार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलाई जाए थोड़ी सी शराब
अरे, होगा यूँ नशा जो तैयार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
रंग में पिघले सोना, अंग से यूँ रस छलके
जैसे बजे धुन कोई रात में हलके-हलके
रंग में पिघले सोना, अंग से यूँ रस छलके
जैसे बजे धुन कोई रात में हलके-हलके
धूप में, छाँव में, झूमती हवाओं में
हर दम करे जो इंतज़ार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलाई जाए थोड़ी सी शराब
ओ, होगा यूँ नशा जो तैयार वो प्या-
याद अगर वो आए
ओ, याद अगर वो आए, कैसे कटे तनहाई?
सूने शहर में जैसे बजने लगे शहनाई
याद अगर वो आए, कैसे कटे तनहाई?
सूने शहर में जैसे बजने लगे शहनाई
आना हो, जाना हो, कैसा भी ज़माना हो
उतरे कभी ना जो ख़ुमार, वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलाई जाए थोड़ी सी शराब
होगा यूँ नशा जो तैयार वो प्यार है
शोख़ियों में घोला जाए फूलों का शबाब
Writer(s): S.d. Burman, Neeraj Lyrics powered by www.musixmatch.com