Hum Badi Door Chale Aaye Songtext
von Shraddha Pandit & Sonu Nigam
Hum Badi Door Chale Aaye Songtext
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
आओ, अब लौट चलें शाम के ढलते-ढलते
आओ, अब लौट चलें शाम के ढलते-ढलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
आओ, अब लौट चलें शाम के ढलते-ढलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
बहके जज़्बात हैं, छूने से महक जाएँगे
ऐसे हालात में हम दोनों बहक जाएँगे
बन के तूफ़ाँ जागे अरमाँ
दिल की शम्मा ना भड़क जाए यूँ जलते-जलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
ख़ुशबू-ए-इश्क़ है साँसों में बसाने के लिए
ये हसीं ख़्वाब है पलकों में सजाने के लिए
कुछ ना कहना, चुप ही रहना
दर्द सीने में ना बढ़ जाए यूँ पलते-पलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
आओ, अब लौट चलें शाम के ढलते-ढलते
आओ, अब लौट चलें शाम के ढलते-ढलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
आओ, अब लौट चलें शाम के ढलते-ढलते
आओ, अब लौट चलें शाम के ढलते-ढलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
आओ, अब लौट चलें शाम के ढलते-ढलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
बहके जज़्बात हैं, छूने से महक जाएँगे
ऐसे हालात में हम दोनों बहक जाएँगे
बन के तूफ़ाँ जागे अरमाँ
दिल की शम्मा ना भड़क जाए यूँ जलते-जलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
ख़ुशबू-ए-इश्क़ है साँसों में बसाने के लिए
ये हसीं ख़्वाब है पलकों में सजाने के लिए
कुछ ना कहना, चुप ही रहना
दर्द सीने में ना बढ़ जाए यूँ पलते-पलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
आओ, अब लौट चलें शाम के ढलते-ढलते
आओ, अब लौट चलें शाम के ढलते-ढलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
हम बड़ी दूर चले आए हैं चलते-चलते
Writer(s): Sameer Lyrics powered by www.musixmatch.com

