Kya Lagti Hai Hai Rabba Songtext
von Vinod Rathod
Kya Lagti Hai Hai Rabba Songtext
क्या लगती है, हाय रब्बा
क्या दिखती है, हाय रब्बा
क्या दिखती है, हाय रब्बा
क्या चलती है, हाय रब्बा
क्या लगती है, क्या दिखती है
क्या चलती है, हाय रब्बा
होए, रब्बा, हाँ
मैं सपनों में इसके खो गया
अरे, मैं दीवाना हो गया
लौट के फिर ना वापस आया
इसकी गलियों में जो गया
मैं सपनों में इसके खो गया
अरे, मैं दीवाना हो गया
क्या लगती है, हाय रब्बा
क्या दिखती है, हाय रब्बा
क्या लगती है, हाय रब्बा
क्या दिखती है, हाय रब्बा
होए, जलती हुई चिंगारी है
ये तो छुरी दो धारी है
काँटों भरी फुलवारी है
हो, देखो, हो, देखो, हाँ
जलती हुई चिंगारी है
ये तो छुरी दो धारी है
काँटों भरी फुलवारी है
हाँ, क्यूँ ना सोचा? क्यूँ ना समझा?
क्यूँ इस पे मरने को गया?
क्या चेहरा है, हाय रब्बा
क्या नख़रा है, हाय रब्बा
क्या नख़रा है, हाय रब्बा
क्या हँसती है, हाय रब्बा
क्या चेहरा है, क्या नख़रा है
क्या हँसती है, हाय रब्बा
होए, रब्बा, haha!
मैं सपनों में इसके खो गया
मैं दीवाना हो गया
लौट के फिर ना वापस आया
इसकी गलियों में जो गया
मैं सपनों में इसके खो गया
अरे, मैं दीवाना हो गया
होए, मस्ती छलकती प्याली की
दिल में छुपी दिल वाली की
नख़रे बड़े नख़राली की, haha!
Ooh रे, मस्ती छलकती प्याली की
दिल में छुपी दिल वाली की
नख़रे बड़े नख़राली की
अरे, रात को जागा इसकी ख़ातिर
इसकी यादों में सो गया
क्या खुशबू है, हाय रब्बा
क्या गेसू है, हाय रब्बा
क्या गेसू है, हाय रब्बा
क्या जादू है, हाय रब्बा
क्या खुशबू है, क्या गेसू है
क्या जादू है, हाय रब्बा
होए, रब्बा, हाँ
मैं सपनों में इसके खो गया
अरे, मैं दीवाना हो गया
लौट के फिर ना वापस आया
इसकी गलियों में जो गया
मैं सपनों में इसके खो गया
अरे, मैं दीवाना हो गया
रे, मैं सपनों में इसके खो गया
हाय, मैं दीवाना हो गया, hahahaha!
क्या दिखती है, हाय रब्बा
क्या दिखती है, हाय रब्बा
क्या चलती है, हाय रब्बा
क्या लगती है, क्या दिखती है
क्या चलती है, हाय रब्बा
होए, रब्बा, हाँ
मैं सपनों में इसके खो गया
अरे, मैं दीवाना हो गया
लौट के फिर ना वापस आया
इसकी गलियों में जो गया
मैं सपनों में इसके खो गया
अरे, मैं दीवाना हो गया
क्या लगती है, हाय रब्बा
क्या दिखती है, हाय रब्बा
क्या लगती है, हाय रब्बा
क्या दिखती है, हाय रब्बा
होए, जलती हुई चिंगारी है
ये तो छुरी दो धारी है
काँटों भरी फुलवारी है
हो, देखो, हो, देखो, हाँ
जलती हुई चिंगारी है
ये तो छुरी दो धारी है
काँटों भरी फुलवारी है
हाँ, क्यूँ ना सोचा? क्यूँ ना समझा?
क्यूँ इस पे मरने को गया?
क्या चेहरा है, हाय रब्बा
क्या नख़रा है, हाय रब्बा
क्या नख़रा है, हाय रब्बा
क्या हँसती है, हाय रब्बा
क्या चेहरा है, क्या नख़रा है
क्या हँसती है, हाय रब्बा
होए, रब्बा, haha!
मैं सपनों में इसके खो गया
मैं दीवाना हो गया
लौट के फिर ना वापस आया
इसकी गलियों में जो गया
मैं सपनों में इसके खो गया
अरे, मैं दीवाना हो गया
होए, मस्ती छलकती प्याली की
दिल में छुपी दिल वाली की
नख़रे बड़े नख़राली की, haha!
Ooh रे, मस्ती छलकती प्याली की
दिल में छुपी दिल वाली की
नख़रे बड़े नख़राली की
अरे, रात को जागा इसकी ख़ातिर
इसकी यादों में सो गया
क्या खुशबू है, हाय रब्बा
क्या गेसू है, हाय रब्बा
क्या गेसू है, हाय रब्बा
क्या जादू है, हाय रब्बा
क्या खुशबू है, क्या गेसू है
क्या जादू है, हाय रब्बा
होए, रब्बा, हाँ
मैं सपनों में इसके खो गया
अरे, मैं दीवाना हो गया
लौट के फिर ना वापस आया
इसकी गलियों में जो गया
मैं सपनों में इसके खो गया
अरे, मैं दीवाना हो गया
रे, मैं सपनों में इसके खो गया
हाय, मैं दीवाना हो गया, hahahaha!
Writer(s): Sameer Lyrics powered by www.musixmatch.com

