Man Re Tu Kahe Na (Chitralekha) Songtext
von Mohammed Rafi
Man Re Tu Kahe Na (Chitralekha) Songtext
देवनागरी
English
मन रे तू काहे ना धीर धरे
वो निर्मोही मोह न जाने, जिनका मोह करे
इस जीवन की चढ़ती ढलती धूप को किस ने बांधा
रंग पे किस ने पहरे डाले, रूप को किस ने बांधा
काहे ये जतन करे, मन रे ...
उतना ही उपकार समझ कोई जितना साथ निभाये
जन्म-मरन का मेल है सपना, ये सपना बिसरा दे
कोई न संग मरे, मन रे ...
English
मन रे तू काहे ना धीर धरे
वो निर्मोही मोह न जाने, जिनका मोह करे
इस जीवन की चढ़ती ढलती धूप को किस ने बांधा
रंग पे किस ने पहरे डाले, रूप को किस ने बांधा
काहे ये जतन करे, मन रे ...
उतना ही उपकार समझ कोई जितना साथ निभाये
जन्म-मरन का मेल है सपना, ये सपना बिसरा दे
कोई न संग मरे, मन रे ...
Writer(s): Roshan, N/a Sahir Lyrics powered by www.musixmatch.com