Dam Bhar Jo Udhar Munh Fere Songtext
von Lata Mangeshkar & Mukesh
Dam Bhar Jo Udhar Munh Fere Songtext
दम-भर जो उधर मुँह फेरे...
दम-भर जो उधर मुँह फेरे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दम-भर जो उधर मुँह फेरे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दिल करता हैं प्यार के सज्दे...
दिल करता हैं प्यार के सज्दे और मैं भी उनके साथ
चाँद को चंदा रोज़ ही देखे मेरी पहली रात
हो, मेरी पहली रात
बादल में अब छुप जा रे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दम-भर जो इधर मुँह फेरे...
दम-भर जो इधर मुँह फेरे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगा, नज़रें तो चार कर लूँगा
मैं चोर हूँ, काम है चोरी...
मैं चोर हूँ, काम है चोरी, दुनिया में हूँ बदनाम
दिल को चुराता आया हूँ मैं, यही मेरा काम
हो, यही मेरा काम
आना तू गवाही देने, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगा, नज़रें तो चार कर लूँगा
दिल को चुरा के खो मत जाना...
दिल को चुरा के खो मत जाना, राह ना जाना भूल
इन क़दमों से कुचल ना देना मेरे दिल का फूल
हो, मेरे दिल का फूल
ये बात उन्हें समझा दे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दम-भर जो इधर मुँह फेरे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगा, नज़रें तो चार कर लूँगा
दम-भर जो उधर मुँह फेरे...
दम-भर जो उधर मुँह फेरे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दम-भर जो उधर मुँह फेरे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दिल करता हैं प्यार के सज्दे...
दिल करता हैं प्यार के सज्दे और मैं भी उनके साथ
चाँद को चंदा रोज़ ही देखे मेरी पहली रात
हो, मेरी पहली रात
बादल में अब छुप जा रे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दम-भर जो इधर मुँह फेरे...
दम-भर जो इधर मुँह फेरे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगा, नज़रें तो चार कर लूँगा
मैं चोर हूँ, काम है चोरी...
मैं चोर हूँ, काम है चोरी, दुनिया में हूँ बदनाम
दिल को चुराता आया हूँ मैं, यही मेरा काम
हो, यही मेरा काम
आना तू गवाही देने, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगा, नज़रें तो चार कर लूँगा
दिल को चुरा के खो मत जाना...
दिल को चुरा के खो मत जाना, राह ना जाना भूल
इन क़दमों से कुचल ना देना मेरे दिल का फूल
हो, मेरे दिल का फूल
ये बात उन्हें समझा दे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दम-भर जो इधर मुँह फेरे, ओ, चंदा
मैं उनसे प्यार कर लूँगा, नज़रें तो चार कर लूँगा
दम-भर जो उधर मुँह फेरे...
Writer(s): Singh Shankar Lyrics powered by www.musixmatch.com