Mile Kahin Do Ajnabee Songtext
von Kishore Kumar
Mile Kahin Do Ajnabee Songtext
मिले कहीं दो अजनबी, हो गई उनमें दोस्ती
फिर सुना, दोस्तों में हो गई दुश्मनी
मिले कहीं दो अजनबी, हो गई उनमें दोस्ती
फिर सुना, दोस्तों में हो गई दुश्मनी
मिले कहीं दो अजनबी...
कोई उनमें बेवफ़ा होगा
कोई उनमें बेवफ़ा होगा
कोई धोखा हो गया होगा
सुना है फ़साने को
पता क्या ज़माने को
किस ने की बेरुख़ी
मिले कहीं दो अजनबी, हो गई उनमें दोस्ती
फिर सुना, दोस्तों में हो गई दुश्मनी
मिले कहीं दो अजनबी...
ये इशारा किस की जानिब है
ये इशारा किस की जानिब है
दिल हमारा जिस की जानिब है
वो भी इसे जाना ना
हमें पहचाना ना
बात क्या लोगों की
मिले कहीं दो अजनबी, हो गई उनमें दोस्ती
फिर सुना, दोस्तों में हो गई दुश्मनी
मिले कहीं दो अजनबी...
किस लिए ये आग से डरता है?
किस लिए ये आग से डरता है?
बच के शोलों से गुज़रता है
कहो दिल दीवाने को
तेरे आशियाने को
फूँकेगी चाँदनी
मिले कहीं दो अजनबी, हो गई उनमें दोस्ती
फिर सुना, दोस्तों में हो गई दुश्मनी
मिले कहीं दो अजनबी...
फिर सुना, दोस्तों में हो गई दुश्मनी
मिले कहीं दो अजनबी, हो गई उनमें दोस्ती
फिर सुना, दोस्तों में हो गई दुश्मनी
मिले कहीं दो अजनबी...
कोई उनमें बेवफ़ा होगा
कोई उनमें बेवफ़ा होगा
कोई धोखा हो गया होगा
सुना है फ़साने को
पता क्या ज़माने को
किस ने की बेरुख़ी
मिले कहीं दो अजनबी, हो गई उनमें दोस्ती
फिर सुना, दोस्तों में हो गई दुश्मनी
मिले कहीं दो अजनबी...
ये इशारा किस की जानिब है
ये इशारा किस की जानिब है
दिल हमारा जिस की जानिब है
वो भी इसे जाना ना
हमें पहचाना ना
बात क्या लोगों की
मिले कहीं दो अजनबी, हो गई उनमें दोस्ती
फिर सुना, दोस्तों में हो गई दुश्मनी
मिले कहीं दो अजनबी...
किस लिए ये आग से डरता है?
किस लिए ये आग से डरता है?
बच के शोलों से गुज़रता है
कहो दिल दीवाने को
तेरे आशियाने को
फूँकेगी चाँदनी
मिले कहीं दो अजनबी, हो गई उनमें दोस्ती
फिर सुना, दोस्तों में हो गई दुश्मनी
मिले कहीं दो अजनबी...
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com