Kahe Paise Pe Songtext
von Kalyanji-Anandji
Kahe Paise Pe Songtext
चार पैसे क्या मिले
क्या मिले, भई, क्या मिले
ख़ुद को समझ बैठे ख़ुदा
वो ख़ुदा ही जाने अब
होगा तेरा अंजाम क्या
काहे पैसे पे...
काहे पैसे पे इतना ग़ुरूर करे है?
काहे पैसे पे इतना ग़ुरूर करे है?
यही पैसा तो...
यही पैसा तो अपनों से दूर करे है, दूर करे है
काहे पैसे पे इतना ग़ुरूर करे है? ग़ुरूर करे है
सोने-चाँदी के ऊँचे महलों में
दर्द ज़्यादा है, चैन थोड़ा है
दर्द ज़्यादा है, चैन थोड़ा है
इस ज़माने में पैसे वालों ने
प्यार छीना है, दिल को तोड़ा है
प्यार छीना है, दिल को तोड़ा है
पैसे की अहमियत से तो को इनकार नहीं है
पैसा ही मगर सब कुछ सरकार नहीं है
इंसाँ-इंसाँ है, पैसा-पैसा है
दिल हमारा भी तेरे जैसा है
है भला पैसा तो बुरा भी है
ये ज़हर भी है, ये नशा भी है
ये ज़हर भी है, ये नशा भी है
ये नशा कोई...
ये नशा कोई धोखा ज़रूर करे है
यही पैसा तो, हाँ
यही पैसा तो अपनों से दूर करे है, दूर करे है
काहे पैसे पे इतना ग़ुरूर करे है? ग़ुरूर करे है
अरे, चले कहाँ?
ए, पैसों से क्या-क्या तुम यहाँ खरीदोगे?
दिल खरीदोगे या के जाँ खरीदोगे?
बाज़ारों में प्यार कहाँ बिकता है?
दुकानों पे यार कहाँ बिकता है?
फूल बिक जाते हैं, ख़ुशबू बिकती नहीं
जिस्म बिक जाते हैं, रूह बिकती नहीं
चैन बिकता नहीं, ख़ाब बिकते नहीं
दिल के अरमान बेताब बिकते नहीं
अरे, पैसे से क्या-क्या तुम यहाँ खरीदोगे?
ए, दिल खरीदोगे या के जाँ खरीदोगे?
Hey, इन हवाओं का मोल क्या दोगे?
उन घटाओं का मोल क्या दोगे?
अरे, इन ज़मीनों का मोल हो शायद
आसमानों का मोल क्या दोगे?
इन हवाओं का मोल क्या दोगे?
उन घटाओं का मोल क्या दोगे?
इन ज़मीनों का मोल हो शायद
आसमानों का मोल क्या दोगे?
पास पैसा है तो है ये दुनिया हसीं, दुनिया हसीं
हो ज़रूरत से ज़्यादा तो मानो यक़ीं, मानो यक़ीं
ये दिमाग़ों में...
ये दिमाग़ों में पैदा फ़ितूर करे है
यही पैसा तो...
यही पैसा तो अपनों से दूर करे है, दूर करे है
काहे पैसे पे इतना ग़ुरूर करे है? ग़ुरूर करे है
क्या मिले, भई, क्या मिले
ख़ुद को समझ बैठे ख़ुदा
वो ख़ुदा ही जाने अब
होगा तेरा अंजाम क्या
काहे पैसे पे...
काहे पैसे पे इतना ग़ुरूर करे है?
काहे पैसे पे इतना ग़ुरूर करे है?
यही पैसा तो...
यही पैसा तो अपनों से दूर करे है, दूर करे है
काहे पैसे पे इतना ग़ुरूर करे है? ग़ुरूर करे है
सोने-चाँदी के ऊँचे महलों में
दर्द ज़्यादा है, चैन थोड़ा है
दर्द ज़्यादा है, चैन थोड़ा है
इस ज़माने में पैसे वालों ने
प्यार छीना है, दिल को तोड़ा है
प्यार छीना है, दिल को तोड़ा है
पैसे की अहमियत से तो को इनकार नहीं है
पैसा ही मगर सब कुछ सरकार नहीं है
इंसाँ-इंसाँ है, पैसा-पैसा है
दिल हमारा भी तेरे जैसा है
है भला पैसा तो बुरा भी है
ये ज़हर भी है, ये नशा भी है
ये ज़हर भी है, ये नशा भी है
ये नशा कोई...
ये नशा कोई धोखा ज़रूर करे है
यही पैसा तो, हाँ
यही पैसा तो अपनों से दूर करे है, दूर करे है
काहे पैसे पे इतना ग़ुरूर करे है? ग़ुरूर करे है
अरे, चले कहाँ?
ए, पैसों से क्या-क्या तुम यहाँ खरीदोगे?
दिल खरीदोगे या के जाँ खरीदोगे?
बाज़ारों में प्यार कहाँ बिकता है?
दुकानों पे यार कहाँ बिकता है?
फूल बिक जाते हैं, ख़ुशबू बिकती नहीं
जिस्म बिक जाते हैं, रूह बिकती नहीं
चैन बिकता नहीं, ख़ाब बिकते नहीं
दिल के अरमान बेताब बिकते नहीं
अरे, पैसे से क्या-क्या तुम यहाँ खरीदोगे?
ए, दिल खरीदोगे या के जाँ खरीदोगे?
Hey, इन हवाओं का मोल क्या दोगे?
उन घटाओं का मोल क्या दोगे?
अरे, इन ज़मीनों का मोल हो शायद
आसमानों का मोल क्या दोगे?
इन हवाओं का मोल क्या दोगे?
उन घटाओं का मोल क्या दोगे?
इन ज़मीनों का मोल हो शायद
आसमानों का मोल क्या दोगे?
पास पैसा है तो है ये दुनिया हसीं, दुनिया हसीं
हो ज़रूरत से ज़्यादा तो मानो यक़ीं, मानो यक़ीं
ये दिमाग़ों में...
ये दिमाग़ों में पैदा फ़ितूर करे है
यही पैसा तो...
यही पैसा तो अपनों से दूर करे है, दूर करे है
काहे पैसे पे इतना ग़ुरूर करे है? ग़ुरूर करे है
Writer(s): Anjaan, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah Lyrics powered by www.musixmatch.com