Dil ko gham-e-hayat gawara hai in dinon Songtext
von Chitra Singh
Dil ko gham-e-hayat gawara hai in dinon Songtext
दिल को ग़म-ए-हयात गंवारा है इन दिनों
दिल को ग़म-ए-हयात गंवारा है इन दिनों
पहले जो दर्द था वही चारा है इन दिनों
ये दिल ज़रा सा दिल तेरी यादों में खो गया
ये दिल ज़रा सा दिल तेरी यादों में खो गया
ज़र्रे को आँधियों का सहारा है इन दिनों
दिल को ग़म-ए-हयात गंवारा है इन दिनों
तुम आ सको तो शब को बढ़ा दूँ कुछ और भी
तुम आ सको तो शब को बढ़ा दूँ कुछ और भी
अपने कहे में सुबहो का तारा है इन दिनों
दिल को ग़म-ए-हयात गंवारा है इन दिनों
पहले जो दर्द था वही चारा है इन दिनों
दिल को ग़म-ए-हयात गंवारा है इन दिनों
पहले जो दर्द था वही चारा है इन दिनों
ये दिल ज़रा सा दिल तेरी यादों में खो गया
ये दिल ज़रा सा दिल तेरी यादों में खो गया
ज़र्रे को आँधियों का सहारा है इन दिनों
दिल को ग़म-ए-हयात गंवारा है इन दिनों
तुम आ सको तो शब को बढ़ा दूँ कुछ और भी
तुम आ सको तो शब को बढ़ा दूँ कुछ और भी
अपने कहे में सुबहो का तारा है इन दिनों
दिल को ग़म-ए-हयात गंवारा है इन दिनों
पहले जो दर्द था वही चारा है इन दिनों
Writer(s): Radion Beckford, Chedda Lyrics powered by www.musixmatch.com