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Nazaara Hai Songtext
von Vishal Dadlani

Nazaara Hai Songtext

नज़ारा है

कुछ खोई खोई यादों का
नज़ारा है

कुछ भूले से ख़यालों का
आँखों में पल रहा
हर घड़ी खल रहा
रुके ना रुके ना बस हर घड़ी चल रहा
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है

कोई अनदेखी तस्वीर का
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है


कोई नशा है, सज़ा है
क्या यह बला है, ख़ता है
बीतें पल के कत्रों का
ऐसे वैसे ख़तरों का
सोए हुए थे जो अब तक खूब सारे, बरसो का
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है
कोई अनदेखी तस्वीर का
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है

कैसा समा सा, खुमा है
थोड़ा धुँवा सा, यहाँ है
जैसे कोई ख्वाब सा
बहकी कोई राह का
बिखरे हुए कुछ ना जाने से क़िस्सो का किस्सा
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है
कोई अनदेखी तस्वीर का
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है
नज़ारा है

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