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Main Dhoondne Ko Zamaane Mein Songtext
von Arijit Singh

Main Dhoondne Ko Zamaane Mein Songtext

मैं ढूँढने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूँढने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
पता चला कि ग़लत लेके मैं पता निकला
पता चला कि ग़लत लेके मैं पता निकला

मैं ढूँढने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूँढने को ज़माने में जब वफ़ा निकला

जिसके आने से मुक़म्मल हो गई थी ज़िंदगी
दस्तकें ख़ुशियों ने दी थी, मिट गई थी हर कमी

क्यूँ बेवजह दी ये सज़ा?
क्यूँ ख़्वाब देके वो ले गया?
जिएँ जो हम, लगे सितम
अज़ाब ऐसे वो दे गया


मैं ढूँढने को उसके दिल में जो ख़ुदा निकला
मैं ढूँढने को उसके दिल में जो ख़ुदा निकला
पता चला कि ग़लत लेके मैं पता निकला
पता चला कि ग़लत लेके मैं पता निकला

मैं ढूँढने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूँढने को ज़माने में जब वफ़ा निकला

ढूँढता था एक पल में दिल जिसे ये १०० दफ़ा
है सुबह नाराज़ उस बिन, रूठी शामें, दिन ख़फ़ा

वो आए ना, ले जाए ना
हाँ, उसकी यादें जो हैं यहाँ
ना रास्ता, ना कुछ पता
मैं उसको ढूँढूँगा अब कहाँ?

मैं ढूँढने जो कभी जीने की वजह निकला
मैं ढूँढने जो कभी जीने की वजह निकला
पता चला कि ग़लत लेके मैं पता निकला
पता चला कि ग़लत लेके मैं पता निकला

मैं ढूँढने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूँढने को ज़माने में जब वफ़ा निकला

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